परिचय: हृदय रोगियों के लिए नई उम्मीद
Heart Failure और Heart Weakness आज भारत में लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही है।
अधिकांश मरीज वर्षों तक दवाइयों पर निर्भर रहते हैं, परन्तु फिर भी सांस फूलना, थकान,
छाती में भारीपन जैसी समस्याएँ बनी रहती हैं।
ऐसे में एक अहम सवाल उठता है —
क्या दवाइयों के साथ कोई ऐसा तरीका है जो दिल को अंदर से मजबूत करे?
हाल ही में प्रकाशित Madhavbaug का रिसर्च पेपर इस सवाल का एक महत्वपूर्ण जवाब देता है
और Integrated Cardiac Care की दिशा में नई जानकारी प्रस्तुत करता है।
भारत में heart failure research India के क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में
integrated treatment approaches पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि केवल दवाइयों पर आधारित देखभाल के साथ-साथ
समग्र चिकित्सा पद्धतियों पर आधारित heart failure treatment research
भविष्य में बेहतर patient outcomes की दिशा तय कर सकती है।
यह शोध कहां प्रकाशित हुआ?
यह अध्ययन Indian Heart Journal (Elsevier) में
“Heart Failure Reversal Therapy (HFRT)” शीर्षक से प्रकाशित हुआ।
यह एक Randomized, Open-Label Clinical Trial था,
जिसमें 70 हृदय रोगियों को शामिल किया गया।
Evidence Reference:
Indian Heart Journal 2017 Research
Article ID: 1-s2.0-S0019483216303340-main
अध्ययन का उद्देश्य
शोधकर्ताओं का मुख्य उद्देश्य यह समझना था कि —
- क्या Panchakarma आधारित Heart Failure Reversal Therapy (HFRT)
- नियमित चिकित्सा देखभाल (दवाइयाँ और lifestyle guidance)
- के साथ मिलकर रोगियों की शारीरिक क्षमता और जीवन गुणवत्ता में अतिरिक्त सुधार कर सकती है?
मरीजों का समूह
- आयु वर्ग: 25–65 वर्ष
- Chronic Heart Failure Patients
- Ejection Fraction (EF): 30%–65%
- सांस फूलना, थकान, सामान्य गतिविधियों में कठिनाई
मरीजों को दो समूहों में बाँटा गया:
- Routine Treatment (दवाइयाँ + सलाह)
- Routine Treatment + HFRT Panchakarma Therapy
HFRT Therapy में क्या शामिल था?
- Snehan – Blood circulation supporting massage
- Swedan – Herbal steam detoxification
- Hruday Dhara – Heart-focused oil therapy
- Basti – Ayurvedic supportive enema medications
ये सभी प्रक्रियाएँ 6 सप्ताह तक
सप्ताह में 2 बार दी गईं।
प्रमुख परिणाम (Key Outcomes)
HFRT Therapy लेने वाले मरीजों में निम्न सुधार देखे गए:
MET Value (Walking Capacity)
HFRT Group: 1.536 unit improvement
Routine Group: 0.79 unit
VO₂ Peak (Oxygen Uptake)
HFRT Group: 45% improvement
Routine Group: 15% improvement
Ejection Fraction (Heart Pumping)
18 सप्ताह में HFRT Group में
सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण सुधार देखा गया।
Quality of Life Score
HFRT Group में 7 गुना अधिक सुधार —
कम थकान, बेहतर ऊर्जा और दैनिक कार्यों में सुविधा।
इन परिणामों का महत्व
Heart Failure Patients के लिए
यह अध्ययन दर्शाता है कि उचित चिकित्सकीय निगरानी में
Panchakarma आधारित therapies
heart care के integrated मॉडल का हिस्सा बन सकती हैं।
Non-Surgical Supportive Approach
कई मरीज जो invasive प्रक्रियाओं से डरते हैं, वे heart blockage treatment और heart blockage treatment without surgery जैसे विकल्पों की जानकारी खोजते हैं।
यह शोध यह संकेत देता है कि कुछ मामलों में
supportive non-surgical approaches
routine care के साथ मिलकर उपयोगी हो सकती हैं।
दवाइयों का विकल्प नहीं
HFRT Therapy नियमित उपचार को
supplement करती है — replace नहीं।
डॉक्टरों की राय
कार्डियोलॉजी और आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार —
“यह शोध Heart Disease Care में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
यह दर्शाता है कि आधुनिक चिकित्सा और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का संयोजन
बेहतर patient outcomes की दिशा में सहायक हो सकता है।”
मेडिकल अस्वीकरण
- यह अध्ययन चिकित्सा पर्यवेक्षण में किया गया है।
- हर मरीज की स्थिति अलग होती है।
- किसी भी Ayurvedic या Panchakarma Therapy को
डॉक्टर की सलाह के बिना न अपनाएँ। - हृदय रोग एक गंभीर स्थिति है —
उपचार केवल योग्य चिकित्सक द्वारा निर्धारित किया जाना चाहिए।
निष्कर्ष
Madhavbaug के इस शोध से यह संकेत मिलता है कि —
Routine Treatment + HFRT Therapy
के संयोजन से Heart Failure Care में
बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
आने वाले समय में यह मॉडल
Integrated Cardiac Care
के रूप में और अधिक शोध का विषय बन सकता है।

